नवमी के दिन दोपहर में भगवान श्री राम की पूजा करना होता है शुभ

नवमी के दिन दोपहर में भगवान श्री राम की पूजा करना होता है शुभ

नवरात्र के नवें दिन मां सिद्धिदात्री की पूजा का विधान है. सच्चे दिल से इनकी पूजा-अर्चना करने पर सारी कठिनाइयां दूर हो जाती हैं. आज यानी कि 21 अप्रैल, बुधवार को रामनवमी है. ऐसा कहा जाता है कि नवमी के दिन इन्हीं की कृपा और शक्ति लेकर भगवान राम का जन्म हुआ था.

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्री राम का जन्म वासंतिक नवरात्र के नवें दिन यानी कि नवमी को हुआ था इसलिए इस दिन को रामनवमी कहा जाता है. रामनवमी के दिन रामचरितमानस का पाठ करें या फिर राम के मंत्रों का जप करें.

ध्यान रहें कि रामनवमी के दिन भगवान राम की उपासना दोपहर में करें. दोपहर में इनकी उपासना करना शुभ माना गया है. तो आइए हम आपको बताते हैं भगवान श्रीराम की पूजन विधि के बारे में:

  • भगवान श्री राम को पीले फूल, पीले फल और पंचामृत अर्पित करें.
  • हो सके तो रामचरितमानस के बालकांड का पाठ करें.
  • सच्चे मन से भगवान श्री राम का स्मरण करके पूजन पाठ करें.
  • नवरात्रि के अंतिम दिन यानी की नवमी के दिन हवन का विशेष महत्व है. नवमी के दिन पहले मां का पूजन करें और उसके बाद हवन करें.
  • हवन करने के बाद कन्याओं को भोजन करवाएं.

ध्यान रहे कि कन्याओं को भोजन कराने के बाद ही आप प्रसाद के रूप में कुछ ग्रहण करें.

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