आज चैत्र नवरात्रि का तीसरा दिन है. आज यानी कि 15 अप्रैल, बृहस्पतिवार को मां के तीसरे स्वरूप माता चंद्रघंटा की पूजा-उपासना की जाती है. नवरात्रि का तीसरा दिन डर से मुक्ति और भी अपार साहस प्राप्त करने वाला होता है. ऐसा कहा जाता है कि माता चंद्रघंटा के सिर पर घंटे के आकार का चंद्रमा होता है इसलिए इन्हें मां चंद्रघंटा कहा जाता है.

यदि मां चंद्रघंटा की सच्चे मन से पूजा अर्चना की जाएं तो इससे भक्तों के सारे कष्ट दूर हो जाते हैं. घर में सुख शांति बनाए रखने के लिए भी इनकी पूजा करना बहुत लाभदायक होता है.
मां चंद्रघंटा की पूजा में लाल रंग का बहुत महत्व है. नवरात्रि के तीसरे दिन मां के पूजन के लिए लाल वस्त्र धारण करें. इसके बाद ही पूजा शुरू करें.
तो आइए अब आपको बताते हैं मां की पूजन विधि में शामिल होने वाले कुछ महत्वपूर्ण चीजों के बारे में:
- मां चंद्रघंटा को लाल फूल अर्पित करें.
- माता को लाल चुनरी भेंट करें.

- यदि आपका मंगल कमजोर है तो आपके लिए यह पूजा बहुत लाभदायक साबित होगी.
- माता को भोग में दूध से बनी मिठाई चढ़ाएं.
- दुर्गा चालीसा का पाठ करें.
- मां को भोग लगाने के बाद उसे प्रसाद के रूप में ग्रहण करें.
- यदि आपने माता को भोग के रूप में कोई फल इत्यादि चढ़ाया है तो उस फल को किसी छोटी कन्या को जरूर दें.
नवरात्रि के इन नौ पावन दिनों में माता रानी का ध्यान करें और सच्चे मन से प्रार्थना करें.