ऐसा मंदिर जहां प्रसाद के रूप में मिलते हैं सोने-चांदी के सिक्के ,जानें क्या है इस मंदिर की विशेषता

ऐसा मंदिर जहां प्रसाद के रूप में मिलते हैं सोने-चांदी के सिक्के ,जानें क्या है इस मंदिर की विशेषता

हिन्दू देवी देवताओं के मंदिर में प्रसाद के रूप में मेवा,ड्राई फ्रूट्स व लड्डू आदि का प्रसाद देते हुए तो सभी ने देखा होगा लेकिन हम यहां एक ऐसे मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां प्रसाद रूप में सोने , चांदी के सिक्के दिए जाते हैं, जी हां  सुनकर वैसे तो आपको यकीन नहीं हुआ होगा परंतु ये बात बिल्कुल सत्य है. आइये जानते हैं कहां पर स्थित है ये मंदिर और किस देवता की होती है यहां पर पूजा.

दरअसल ये मंदिर मध्यप्रदेश के रतलाम के माणक में ये स्थित है. इस मंदिर में माता लक्ष्मी जी के साथ साथ धन के देवता कुबेर की भी पूजा की जाती है, खास बात यह है कि इस मंदिर के कपाट केवल धनतेरस से लेकर भाई दूज तक ही खुलते हैं. बताया जाता है कि धनतेरस के दिन ये मंदिर पूरी तरह से नोटो व सोने,चांदी से सजा हुआ रहता है.

रतलाम के इस मंदिर में धनतेरस के 8 दिन पहले से ही सजावट शुरू हो जाती है. दूर-दूर से लोग पैसे व आभूषण लाकर मंदिर में चढ़ाते है. मंदिर में प्रवेश के लिए टोकन कटवाना पड़ता है और जाते वक्त उसी टोकन के हिसाब से प्रसाद भी मिलता है.लोगों का मानना है कि प्रसाद के रूप में मिले आभूषण को घर की तिजोरी में रखने से घर में कभी भी धन की कमी नहीं रहती है.

इस मंदिर से जुड़ा एक राज है जिसमें कहा जाता है कि रतलाम शहर में प्राचीन समय में एक राजा को माता लक्ष्मी सपने में दिखाई दी थी. इसके बाद से ही इस मंदिर की पूजा अर्चना धनतेरस पर की जाती है और बाकी मंदिरों से अलग सोने व चांदी के सिक्के प्रसाद के रूप में दिए जाते हैं.

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