ज्योतिष अनुसार लोहे का छल्ला पहनने से कुंडली में ग्रह दोष को शांत किया जाता है.कहा जाता है कि यदि आपकी लाइफ में शनि की साढ़े साती चल रही है या शनि की ढे्य्या या फिर महादशा खराब चल रही हैं तो, ज्योतिष इस तरह की परेशानियों से निपटने के लिए व्यक्ति को लोहे का छल्ला पहनने की सलाह देते हैं. आज हम आपको बताते हैं कि लोहा का छल्ला पहनने से पहले कुछ बाते ध्यान में रखनी होती है, आइये जानते हैं इसके बारे में..
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लाल किताब के मुताबिक कहा जाता है कि ज्योतिष से पूछताछ करने के बाद ही इस छल्ले को धारण करना चाहिए, क्योंकि इसका विपरीत प्रभाव भी पड़ सकता है.
लोहे का छल्ला दाहिने हाथ की माध्यम अंगुली में ही धारण किया जाता है .कहा जाता है कि इस उंगली के नीचे शनि पर्वत होता है.
शनिवार के दिन शाम के वक्त ही इसे अपनी उंगली में धारण करना चाहिए, इसे पहनने के लिए अनुराधा, उत्तरा,पुष्य, भाद्रपद एवं रोहिणी सर्वश्रेष्ठ माना जाता है.
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लाल किताब में बताया गया है कि यदि आपके भी लोहे का ये छल्ला धारण किया हुआ तो इस छल्ले को समय-समय पर साफ करके चमकाते रहे.
जानकारी देते हुए बता दें कि काले घोड़े की नाल का छल्ला बनवाकर पहनना बेहद शुभ माना जाता है.