नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा की जाती है. मां स्कंदमाता चार भुजा धारी कमल के पुष्प पर विराजमान है. इनकी गोद में कार्तिकेय जी बैठे हुए हैं. मां स्कंदमाता की पूजा बहुत ही प्रेम भाव से और सच्चे दिल से करनी चाहिए.

इनकी पूजा संतान के लिए बहुत लाभदायक साबित होती है. संतान प्राप्ति के लिए भी माता को पूजा जाता है तथा संतान की तरफ से कोई कष्ट आदि है तो भी इनके पूजन से उस कष्ट को दूर किया जा सकता है.
तो आइए अब हम आपको बताते हैं कि नवरात्रि के पांचवें दिन मां स्कंदमाता की पूजा में किस रंग के फल-फूल, वस्त्र इत्यादि का उपयोग करना चाहिए.
- मां स्कंदमाता की पूजा करते समय पीले रंग के फूल चढ़ाने चाहिए.
- यदि हो सके तो आप भी पीले रंग के वस्त्र पहनकर ही मां स्कंदमाता की पूजा-अर्चना करिए.

- मां के भोग में भी पीले रंग का उपयोग हो जैसे पीले रंग के पेड़े, मिठाई इत्यादि.
- इसके बाद दुर्गा चालीसा का पाठ करें तथा क्षमा प्रार्थना करें.
- कोशिश करें कि पति और पत्नी दोनों ही साथ में माता की आरती करें.
- अपनी प्रार्थना मां से करें.
- इसके बाद अपने घर में प्रसाद वितरण करें.
सच्चे मन से नवरात्रि के पांचवे दिन मां स्कंदमाता की पूजा करने से संतान संबंधी समस्या दूर हो जाती है और संतान सुख की प्राप्ति होती है.