पूजा के दौरान इस्तेमाल की गई कुछ चीजें कभी नहीं होती है बासी, दोबारा कर सकते हैं उपयोग

पूजा के दौरान इस्तेमाल की गई कुछ चीजें कभी नहीं होती है बासी, दोबारा कर सकते हैं उपयोग

हिंदु धर्म के अनुसार कोई भी शुभ काम करने से पहले पूजा पाठ किया जाता है. अपनी मनोकामनाएं  को पूरा करने के लिए सभी लोग अपने देवी देवताओं को पसंद करते हैं.पूजा के दौरान हम कुछ ऐसी गलतियां कर बैठते हैं जिन्हें हमें पता नहीं होता है.बता दें कि पूजा में इस्तेमाल करने वाला बासी जल व फूल बहुत ही वर्जित माना जाता है.

धार्मिक शास्त्रों के अनुसार बासी जल का प्रयोग वर्जित होता है लेकिन गंगाजल का पूजा के दैरान प्रयोग करना बेहद शुभ माना जाता है , धार्मिक ग्रंथों के अनुसार गंगाजल कभी भी पुराना नहीं होता है.

बेल पत्र का भी पूजा में बेहद मह्तव होता है. भोलेनाथ को प्रसन्न के लिए बेलपत्र चढाया जाता है इतना ही नहीं बेलपत्र को औषिध के रूप में भी प्रयोग किया जाता है इसीलिए कहा जाता है कि बेलपत्र को धोकर एक बार फिर से चढाय़ा जा सकता है.

पूजा पाठ के अनुसार फूलों को खुश करने के लिए देवी देवताओं को खुश किय़ा जाता है,लेकिन धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कमल के फूल कभी भी बासी नहीं माने जाते हैं. कमल के फूल को भी आप दोबारा धो कर चढ़ा सकते हैं. बता दें कि कमल का फूल कम से कम 5 दिन तक बासी नहींं होता है.

इसके अलावा तुलसी के पत्ते भी बासी नहीं माने जाते हैं. यदि मंदिर से तुलसी के पत्तो को हटा रहे हैं तो उन पत्तों को फिर से तुलसी के गमले में ही डाल दें.

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