फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ जबसे रिलीज हुई है तब से चर्चा में बनी हुई है. इस फिल्म में एक्ट्रेस अदा शर्मा ने शालिनी उन्नीकृष्णन का मुख्य किरदार निभाया है. इससे पहले अदा ने टीवी सीरियल और हिंदी, तेलुगू, तमिल, मलयालम फिल्मों में काम किया है. एक्ट्रेस फिल्म ‘द केरल स्टोरी’ में काम करके काफी पॉपुलर हो गई है. इस दौरान एक इंटरव्यू में एक्ट्रेस ने अपने एक्टिंग करियर के बारे में बात की है. एक्ट्रेस ने कहा कि, अपने अब तक के एक्टिंग करियर में वो हर तरह के लोगों से मिली है लेकिन हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में एक बात ऐसी है जो खलती है वो यह है कि यहां पर एक्टर और एक्ट्रेस में काफी भेदभाव किया जाता है. एक्ट्रेस सेट पर टाइम से पहुंच जाती है तो वहीं एक्टर आराम से सेट पर पहुंचते हैं.

‘अगर आपका डायरेक्टर अच्छा तो सब कुछ अच्छा’
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिद्धार्थ कन्नन के चैट शो में एक्ट्रेस अदा शर्मा ने बताया कि, इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें किसी खास इंडस्ट्री में काम करने में बहुत मजा आया. एक्ट्रेस कहती है कि, ‘मैंने नॉर्थ और साउथ के लोगों के साथ काम किया है दोनों जगहों पर बहुत अद्भुत लोग भी थे और कुछ बहुत ही आश्चर्यजनक मुझे एहसास हुआ कि यदि आप का डायरेक्टर अच्छा है तो आपकी भाषा कुछ भी हो सब कुछ अच्छा होता है लेकिन अगर आप का डायरेक्टर ज्यादा अच्छा नहीं है तो भाषा का अंतर अच्छी बात नहीं है.’

‘इस तरह के माहौल में काम करना नहीं अच्छा लगता’
आपको बता दें कि अपनी बात को जारी रखते हुए एक्ट्रेस आगे कहती हैं कि, ‘मैं हर जगह अच्छे और बुरे दोनों तरह के लोगों से मिली हूं लेकिन मेरा मानना है कि बॉलीवुड में एक्टर और एक्ट्रेस को एक जैसी फीस की मांग से ज्यादा लोगों को पहले से इंडस्ट्री में लैंगिक आधार पर होने वाले भेदभाव पर बात करनी चाहिए. मुझे बहुत अजीब लगता है कि वह पहले सेट पर हीरोइन को बुला लेते हैं और फिर कहते हैं ठीक है रूको. इसके बाद वह देखते हैं कि सब ठीक है और फिर हीरो के मैनेजर को बुलाते हैं और फिर सेट पर आने के लिए कहते हैं. मैं जेंडर के आधार पर बॉलीवुड में भेदभाव महसूस करती हूं. इस तरह के माहौल में मुझे काम करने में मजा नहीं आता है.’ बताते चलें कि एक्ट्रेस अदा शर्मा ने बॉलीवुड इंडस्ट्री को लेकर अपनी ऐसी राय दी है जिसको लेकर सोशल मीडिया पर चर्चा हो रही है.