शिव चालीसा के पाठ में भूलकर भी ना करें ये गलती, होगा अनर्थ

शिव चालीसा के पाठ में भूलकर भी ना करें ये गलती, होगा अनर्थ

हिंदू पंचांग में हर महीने मासिक शिवरात्रि के बारे में वर्णन किया गया है. इस दिन भगवान भोलेनाथ की पूजा करके आप मनचाहा वरदान की कामना कर सकते हैं.

आज यानी कि 10 अप्रैल, शनिवार को मासिक शिवरात्रि मनाई जा रही है. वैसे तो शिव चालीसा का पाठ सोमवार या फिर किसी भी दिन कर सकते हैं लेकिन मासिक शिवरात्रि के दिन शिव चालीसा का अध्ययन करना बहुत फलदायी माना गया है. शिव चालीसा को साफ मन से पढ़ने पर भगवान प्रसन्न होते हैं और हमारे जीवन में आने वाली सभी कठिनाइयों को दूर करते हैं.

अब अगर बात की जाएं शिव चालीसा के पाठ की विधि की तो शिव चालीसा की विधि आसान है. आइए जानते हैं शिव चालीसा के पाठ की विधि के बारे में:-

  • सबसे पहले तो सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठें और स्नान करें.
  • इसके बाद साफ कपड़े पहने तथा मन में ओम नमः शिवाय का जाप करते रहें.
  • अपनी पूजा की थाली में सफेद चंदन, चावल, फूल, फूल-माला और प्रसाद हेतु कुछ मीठा रखें.
  • जब शिव चालीसा का पाठ शुरू करें तो पाठ शुरू करने से पहले एक साफ लोटे में शुद्ध जल भरकर रखें और धूप जलाएं.
  • अगर हो सके तो घी का दीपक भी जलाएं.
  • कोशिश करें कि शिव चालीसा का पाठ मन में ना पढ़े. ये जितना हो सके बोल-बोल कर पाठ करें.
  • ध्यान दें कि शिव चालीसा के पाठ का उच्चारण सही हो.
  • जब पाठ पूरा हो जाए तो लोटे में भरा हुआ जल घर में सभी जगह छिड़क दें.
  • इसके बाद प्रसाद वितरण करें.

इस बात का विशेष ध्यान रखें कि आपका मन पूरे दिन प्रसन्न तथा साफ रहे. जरा सा भी छल-कपट मन में ना रखें. यदि ऐसा होता है तो आपका पूजा करना व्यर्थ है. जितना हो सके भगवान के प्रति ध्यान दें और सबके लिए अच्छा ही सोचें. इससे भगवान भोलेनाथ प्रसन्न होंगे और आपकी पूजा-अर्चना सफल होगी.

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